Monday, June 27, 2022

सोहबत

 

सफर है ये ज़िन्दगी , कुछ कदम दे दे।

खोने -पाने का मसला नहीं , कुछ यादें दे दे।1। 

 

दूर निकल आया हूँ , वापसी का कोई हल दे दे। 

छूकर देख लिया सब , सच्चा कोई अर्थ दे दे।2।

 

भागते -भागते थक गया , थोड़ी छाँव में आराम दे दे । 

बहुत शोर है अंदर -बाहर , एक नींद सुकून की दे दे ।3। 

 

यूँ तो गुजरा नहीं वक्त अभी, एक नयी उम्मीद दे दे।

चलना तो अभी बहुत है ,  तू अपनी सोहबत दे दे ।4।

 

अब मुझे मोहब्बत नहीं , सोहबत दे दे।

इल्म अब इश्क का नहीं , जरा वक्त दे दे ।5।