कुछ खट्टी कुछ मीठी यादे जोड़ कर,
हर साल यु ही चुपके से गुजर जाता है.
जब तक हम समझने लगते उस साल को,
दिसंबर सामने आ जाता हैं.
फिर नए साल के उत्साह में,
पुराने साल को भुला कर,
नए साल के लिए नए ताने बाने बुनते हैं,
नए सपनो को पूरा करने के लिए,
नए साल का गर्मजोशी से स्वागत करते हैं.
फिर समय का पहिया घूमता जाता हैं,
कब बीत गया एक और साल ,
दिसंबर में याद आता हैं.
( Happy New Year -2011 )
कुछ खट्टी कुछ मीठी यादे जोड़ कर,
ReplyDeleteहर साल यु ही चुपके से गुजर जाता है.
जब तक हम समझने लगते उस साल को,
दिसंबर सामने आ जाता हैं.
.....बहुत सुन्दर प्रस्तुति
नव वर्ष की आपको भी बहुत बहुत शुभकामनाएं