मेरी चार साल की बिटिया दशहरे के दिन रावण को जलता देख कहती हैं ,
" पापा , आपको पता हैं हैं राम जी ने रावण को क्यों मारा ?"
मैंने कहा , " नहीं बेटा, आप बताओ - राम जी ने रावण को क्यों मारा ?"
उसने बड़ी मासूमियत से उतर दिया , " रावण गन्दा बच्चा था, उसने राम जी को खूब तंग किया था.
इसलिए राम जी ने बो और एरो से उसको मार दिया.
जो भी किसी को तंग करेगा , राम जी इसको मार देते हैं."
मैं अवाक् था, मेरी चार साल की बेटी को पता था राम और रावण में क्या फर्क था,
पूछने पर उसने बताया उसको स्कूल में उसकी मैडम ने बताया था.
मैं खुश था उसको अच्छे बुरे की थोडा बहुत पहचान हो गयी हैं.
मगर मैं सोच में पढ़ गया ,
आज के समय में इतने राम कहाँ से आयेंगे और कहाँ कहाँ जायेंगे ,
हर तरफ तो रावण ही रावण हैं ,
अपने बो और एरो से वो क्या कर पाएंगे ,
रावनो ने बहुत तरक्की कर ली हैं और जरुरत से ज्यादा हाई टेक हो गए हैं.
राम को पता भी ने लगने देंगे और रावण उनकी नाक के नीचे अपना काम कर जायेंगे.
बिटिया मेरी अभी असलियत की ज़िन्दगी से कोसो दूर हैं ,
उसको हर बुरा काम करने वाला रावण नजर आता हैं , और अच्छा काम करने वाला राम.
भगवान् उसे यही सोच दे की वो ये भेद हमेशा कर सके और रावनो से हमेशा बची रह सके.