फाल्गुन का महीना , मस्त हुई बयार !
डाल डाल टेसू खिले , रंगो से धरती का हुआ श्रंगार !!
अबीर गुलाल लेकर हाथो में , सबको करो सरोबार !
भूल कर सब मनभेद , खुल कर खेलो होली इस बार !!
रंगो के इस त्यौहार में सब मतभेद उड़ा दो !
फाल्गुनी रंगो से सबके तन को रंग दो !!
होली के इस त्यौहार में , रंगो की हो बरसात !
बुरा न मानो होली हैं , हास्य की हो फुहार !!
राग छेड़ो प्रेम का , सद्भाव का बनाओ गुलाल !
मस्ती का अबीर लेकर , कर दो सबको लाल !!
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