आजकल समाज में गजब ,
चूहे -बिल्ली के खेल चल रहा है ,
मजे की बात - कौन चूहा है ,
और कौन बिल्ली ?
किसी को समझ नहीं आ रहा है ,
जो किसी के लिए चूहा है ,
वो किसी के लिए बिल्ली है ,
सरपट हर कोई ,
बेलगाम भाग रहा है ,
चूहे के लिए चारा हर जगह बिखरा पड़ा है ,
अगर जाए तो फिर बिल्ली से खतरा बड़ा है ,
बिल्ली का अहम बहुत बड़ा है,
आयेगा तो मेरे ही हत्थे ,
चुपचाप प्रतीक्षा में खड़ा है ,
चूहे के पास भी छठी इन्द्रिय है ,
हर बार गच्चा देने में उसने ,
भी अब पी एच डी कर ली है ,
बिल्ली को झाँसा देने के लिये ,
उसने भी एक वर्चुअल दुनिया गढ़ ली है ,
अब खेल डिजिटल हो गया है ,
बिल्ली हर बार ट्रोल हो जाती है ,
थोड़े दिन खेल से आउट होकर ,
नए अवतार में आती है ,
चूहे तब तक खा पीकर मोटे हो जाते है ,
बिल्ली मौका देखकर झपटा मारती है ,
बिना डकार लिये चूहे को पचा लेती है,
आजकल समाज में गजब ,
चूहे -बिल्ली के खेल चल रहा है ,
मजे की बात - कौन चूहा है ,
और कौन बिल्ली ?
किसी को समझ नहीं आ रहा है ।