यूं तो बीत ही जाएगी ज़िन्दगी सबको पता हैं,
मगर फिर तेरे और औरो में अंतर क्या रह गया !
ज़िन्दगी जब मांगेगी हिसाब किताब कभी,
कुछ तो बताने लायक रहे तेरे पास.
कुछ न कर पाने का एहसास तब बहुत सताएगा,
ज़िन्दगी का ये अनमोल उपहार यूं ही व्यर्थ चला जायेगा.
कुछ तो कर के जा अभी भी वक्त ठहरा हैं तेरे लिए,
उम्र के किसी भी पड़ाव पर खड़ा हैं भले तू,
अपने सपनो को फिर से हवा लगा !
जो करने की तमन्ना दम तोड़ गयी सीने में,
उनको फिर पंख लगा.
मत सोच दुनिया क्या सोचेगी , लोग क्या कहेगे ?
अपनी ज़िन्दगी को एक मिसाल बना.
good hai bhai.are yaar yeh toh kawi chupa hua hai bhai ke andar.kya baat hai aan de bhai aan de,chalne de hawa,wo bhi jor ki,good...mahender,munna
ReplyDeleteab aapka dard zyada sehne ki himmat nahi ho rahi bhai..chalta hu....
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