प्रेम कैसे उपजा होगा ?
कौन होगा जिसने ,
सबसे पहले इजहार किया होगा ,
क्या कहा होगा उसने ?
या फिर सिर्फ आँखों से ,
इजहार किया होगा ,
क्या दूसरे ने स्वीकार किया होगा ?
झट से ,
या फिर इन्तजार कराया होगा ?
क्या विरोध किया होगा किसी ने ?
कैसे उन्होंने बताया होगा ,
दुसरो को ,
प्रेम क्या होता है ?
वह प्रेम जिसने फिर ,
सारी कायनात की ,
दिशा और दशा ,
दोनों बदल दी ,
प्रेम इतिहास के ,
शुरुवाती पन्ने
लिखे ही नहीं गये।
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