चल चलाचल अपनी धुन में, दुनिया की फ़िक्र छोड़।
कहते रहने दे दुनिया को , तू अपनी राह खोज।।
समय निश्चित है तेरे पास , ये एक क्षण भी मत भूल।।
मिले सलाह , जँचे दिल को - कर ले कबूल।
बेहतर कर खुद को रोज़ , बना ले इक ये उसूल।।
जो मिले -स्वीकार कर , फूल मिले या बबूल।
स्वस्थ रख खुद को , इससे बड़ा नहीं कोई मूल।।
सरल , सहज और सुन्दर है जीवन पथ ।
व्यर्थ की चिंताओं में वक्त गँवाया मत कर।
खोने जैसा कुछ नहीं यहाँ ,मुस्कराते हुए आगे बढ़।
सफर अकेले का ही है , जो मिले , कदम बढ़ाये चल।।
हार -जीत , यश -अपयश - सब वक्त की बातें।
एक यात्रा है ये "आनन्द ", अपनी मौज में चला कर।।
No comments:
Post a Comment