Tuesday, June 20, 2023

चलाचल

 

चल चलाचल अपनी धुन में, दुनिया की फ़िक्र छोड़।

कहते रहने दे दुनिया को , तू अपनी राह खोज।।


 कहने -सुनने में वक्त जाया न कर , मंजिल बहुत दूर।

समय निश्चित है तेरे पास , ये एक क्षण भी मत भूल।।

 

मिले सलाह , जँचे दिल को - कर ले कबूल।

बेहतर कर खुद को रोज़ , बना ले इक ये उसूल।।

 

जो मिले -स्वीकार कर , फूल मिले या बबूल।

स्वस्थ रख खुद को , इससे बड़ा नहीं कोई मूल।।

 

सरल , सहज और सुन्दर है जीवन पथ ।

व्यर्थ की चिंताओं में वक्त गँवाया मत कर।

 

खोने जैसा कुछ नहीं यहाँ ,मुस्कराते हुए आगे बढ़।

सफर अकेले का ही है , जो मिले , कदम बढ़ाये चल।।

 

हार -जीत , यश -अपयश - सब वक्त की बातें।

एक यात्रा है ये "आनन्द ", अपनी मौज में चला कर।।

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