कारवां जारी हैं ..................
निकल पड़ा हूँ लेखन यात्रा में , लिए शब्दों का पिटारा ! भावनाओ की स्याही हैं , कलम ही मेरा सहारा !!
Monday, February 19, 2024
कुछ खोना है , कुछ पाना है। जीवन का रोज़ यही फ़साना है।।
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