Sunday, November 17, 2024

सारांश

 

सारांश


क्या सफलता,क्या असफलता ,

जीवन रोज़ इक नई समर कथा,

नायक भी हम , खलनायक भी ,

बस इतनी सी है जीवन व्यथा।

 

अ-अबोधता से शुरू ,

ज्ञ -ज्ञानी पर ख़त्म ,

ज्ञान कौन सा ?

सबका जुदा-जुदा।

 

दौड़ मंजिल की तरफ ,

कोई पहुँचा , कोई भटका ,

अंत में सब "सिफ़र " ,

बस "सफ़र" नाम रहा।

 

कभी जीत , कभी हार ,

सुःख दुःख का क्रम चलता रहा ,

जीने का "अनुभव " ,

न खरीदा गया , न बेचा गया।

 

क्या सफलता,क्या असफलता ,

जीवन रोज़ इक नई समर कथा,

नायक भी हम , खलनायक भी ,

बस इतनी सी है जीवन व्यथा।

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