सबसे पहले शुक्रिया उस खुदा का जिसने मुझे इंसान बनाने की सोची,
फिर शुक्रिया मेरे माता पिता का, जो मुझे धरती पर लाये.
और मेरी ज़िन्दगी को एक आकार दिया.
शुक्रिया मेरे भाई बहनों का , जिनके होने से में अपने वजूद को समझ पाया.
शुक्रिया मेरे शिक्षको का, जिन्होंने मुझे ज्ञान दिया.
शुक्रिया मेरे दोस्तों का जिन्होंने मुझे जिंदादिली सिखाई.
शुक्रिया मेरे उन सब नाते रिश्तेदारों का जिन्होंने मुझे प्यार दिया.
शुक्रिया मेरे सब जानने वालो का जिन्होंने मुझे कुछ न कुछ सिखाया.
शुक्रिया मेरी पत्नी का जिसने मुझे मेरे महत्व का ज्ञान कराया.
शुक्रिया मेरी बिटिया का जिसने मुझे फिर से जीना सिखाया.
(अपने ३३ वे जन्मदिन पर मैं उन सभी लोगो का शुक्रिया जो मुझे इस जीवन सफ़र में मिले हैं )
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