कहीं खुशियों के रेले -और कहीं थोड़ा गमो के झमेले
हैं ,
कहीं प्यार की बरसात हैं - कही थोड़ा तकरार हैं ,
हर ज़िन्दगी का कोई न कोई रंग ,
यहाँ हर तरफ ज़िन्दगी के मेले हैं।
कोई यहाँ दौड़ रहा - कोई अलमस्त हैं ,
कोई कल की फिक्र में व्यस्त हैं ,
किसी के चेहरे पर उदासी - कोई खिलखिला कर हँस
रहा हैं ,
कोई भीड़ में भी अकेला - कोई अकेला ही मस्त हैं
,
ज़िन्दगी उत्सव के देखो कितने अनगिनत रंग हैं।
हर कोई शामिल हैं इस उत्सव में - गठरी अपनी उम्मीदों
की बाँधे हैं ,
घूम रहा हैं इस उत्सव में - अपना रंग बिखेरे
हैं ,
आओ ! शामिल हो जाओ जीवन उत्सव में ,
सबके लिए यहाँ बहुत कुछ हैं।
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