Friday, July 29, 2016

ज़िन्दगी उत्सव



कहीं खुशियों के रेले -और कहीं थोड़ा गमो के झमेले हैं ,
कहीं प्यार की बरसात  हैं - कही थोड़ा तकरार हैं ,
हर ज़िन्दगी का कोई न कोई रंग ,
यहाँ हर तरफ ज़िन्दगी के मेले हैं। 

कोई यहाँ दौड़ रहा - कोई अलमस्त हैं ,
कोई कल की फिक्र में व्यस्त हैं ,
किसी के चेहरे पर उदासी - कोई खिलखिला कर हँस रहा हैं ,
कोई भीड़ में भी अकेला - कोई अकेला ही मस्त हैं ,
ज़िन्दगी उत्सव के देखो कितने अनगिनत रंग हैं। 

हर कोई शामिल हैं इस उत्सव में - गठरी अपनी उम्मीदों की बाँधे हैं ,
घूम रहा हैं इस उत्सव में - अपना रंग बिखेरे हैं ,
आओ ! शामिल हो जाओ जीवन उत्सव में ,
सबके लिए यहाँ बहुत कुछ हैं।  

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