Wednesday, June 7, 2017

पर्यावरण बचाइए , पेड़ लगाइये

आओ , मिलकर दुनिया उजाड़ते हैं , 
पेड़ो को अंधाधुंध काटते हैं , 
पानी को प्रदूषित करते हैं , 
हवा में जहर घोलते है,  
आओ मिलकर दुनिया को ख़त्म करते हैं।  

बहुत कुछ तो कर चुके हम , 
थोड़ा और जोर लगाते हैं , 
कौन सोचे आने वाली पीढ़ी की , 
हम लोग तो आज में जीते हैं।  

उन्हें पानी मिले न मिले , 
हवा की शायद उन्हें जरुरत ही न पड़े , 
आओ हम  उनके लिए कंक्रीट के जंगल छोड़ते हैं।  

कही धधकेगी धरती , 
कही बर्फ का जमावड़ा होगा , 
न पानी होगा पीने को , 
हवा में जहर घुला होगा।    

ऑक्सीजन सिलिंडर पीठ में बंधा होगा , 
पानी की एक बूँद के लिए संग्राम होगा , 
अन्न उपजाने को जमीन का अकाल होगा , 
हमारी करनी को हमारी नयी पीढ़ी को भुगतना होगा ।  


( पर्यावरण बचाइए , पेड़ लगाइये) 

No comments:

Post a Comment