बड़ी लहर है ,
कौन, किससे यहाँ कमतर है ,
मौके की तलाश में सब ,
न जाने कौन , कब सिकंदर है।
बड़ी लहर है ,
सबके एक कीड़ा अंदर है ,
बिना हाथ पैर चलाये ,
काम हो जाये तो बेहतर है।
बड़ी लहर है ,
सब नेता बनने पर तुले है ,
कोई आगे बढ़ जाये गर ,
उसकी टाँग खींचने में सब अड़े है।
बड़ी लहर है ,
रोज़ नए नए मुद्दे उछलते है ,
बिना एक भी सुलझायें ,
सत्ता सत्ता खेल रहे है।
बड़ी लहर है ,
महिलाएं सुरक्षित नहीं है ,
बच्चो का भविष्य खतरे में ,
उन्नति के आँकड़े रोज़ पेश हो रहे है।
बड़ी लहर है ,
प्रदूषण की हर तरफ मार है ,
खुद की रक्षा के लिए ,
खुदा की सर्वश्रेष्ठ रचना एटम बम लिए तैयार है।