Thursday, January 4, 2018

दिल्ली का दर्द


ये दिल्ली का मौसम ,
बहुत कुछ सिखाता है।

पहाड़ो में बर्फ गिरे ,
दिल्ली में हाड़ कंपा देता है।

राजस्थान में लू चले ,
यहाँ जीना मुहाल हो जाता है। 

दक्षिण में कुछ घटना घटे ,
जंतर मंतर भर जाता है।

पूरब की हर आँच का ,
सीधा असर इस पर होता है।

देश को चलाने का ,
यही से हर फैसला होता है।

रहते करोडो है यहाँ ,
मगर कोई इसको "अपना घर" नहीं कहता है।

रुसवाई को हर बार ,
 हँस के सह लेता है।

" दिल " हैं ना , समझकर भी सब कुछ ,
अपने "भारत " के लिए  धड़कता है।  

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