जब सारे रास्ते बंद दिखे ,
उम्मीद की हर किरण धुले ,
जीवन एक बोझ सा लगे ,
तब एक हलकी सी दस्तक सीने में ,
आशा बनकर उभरे ,
तब समझ जाओ ,
वो तुम्हारे साथ है।
जब हिम्मत टूटने लगे ,
हौंसला साथ छोड़ने लगे ,
सब कुछ बड़ा बेमानी सा लगने लगे ,
अचानक एक आँसू गिरकर ,
चमकने लगे ,
दिल थोड़ा सा हल्का लगने लगे ,
तब समझ जाओ ,
वो तुम्हारे साथ है।
घुप्प अँधेरा हो ,
कहीं कुछ दिखाई न दे ,
सब अमावस की काली रात लगे ,
तब कही दूर एक टिमटिमाता जुगनू भी दिखे ,
तब समझ जाओ ,
वो तुम्हारे साथ है।
जब सब साथ छोड़ दे ,
अकेला ये जहाँ लगने लगे ,
सारे रिश्ते नाते दूर के लगने लगे ,
तब आपको माँ का चेहरा दिखे ,
तब समझ जाओ ,
वो तुम्हारे साथ है।
जब खुद के वजूद पर संदेह हो जाये ,
अपने होने का अर्थ समझ न आये ,
सबसे बुरा ख्याल मन में आये ,
तब आपको किसी लाचार और मजबूर का चेहरा याद आये ,
तब समझ जाओ , वो ज़िन्दगी का दाता
आपके साथ है।
जब खुद के वजूद पर संदेह हो जाये ,
अपने होने का अर्थ समझ न आये ,
सबसे बुरा ख्याल मन में आये ,
तब आपको किसी लाचार और मजबूर का चेहरा याद आये ,
तब समझ जाओ , वो ज़िन्दगी का दाता
आपके साथ है।
Image source - google
Very inspiring..
ReplyDeleteVery nice n inspiring ...
ReplyDeleteLove it bhaiya
ReplyDeleteVery nice...
ReplyDeleteExcellent
ReplyDeleteExcellent
ReplyDeleteBhaiya its awesome
ReplyDeleteSuperb and excellent poem
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