फिर
दिवाली
आयी है
खुशियों की
सौगात लायी है ,
हारेगा हर बार
तिमिर ,
ये सन्देश
लायी
है।
जगमग करते दीये , ये कहानी कहते है
रोशन रहे ज़िन्दगी , खुद जलकर प्रकाश भरते है ,
पूजा , पकवान से सुशोभित घर , दीप्तिमान हो उठता है मन ,
हर्षित -पुल्लकित सबका मन , हर घर बरसाए लक्ष्मी जी धन ,
बच्चे हर्षोल्लित , बड़ो का श्रंगार ,आतिशबाजी होती जोरदार ,
घर स्वागत के लिए तैयार ,खुशियों -आओ -खोल दिए द्वार ,
अमावस की काली रात को ,रोशनी जगमगाती है ,
दूर हटे अँधेरा , हर साल दिवाली आती है।
शुभ दिवाली।
No comments:
Post a Comment