सुनो
, आपसे कुछ कहना है
हाँ
, हाँ , आपसे से ही ,
इधर
उधर बगले मत झांको ,
तुम्हारे
सिवाय और किसी से नहीं ,
आज
और अभी कुछ कहना है।
तुम
जो इतना व्यस्त दिखा रहे हो खुद को ,
उतना
तुम हो नहीं ,
जबरदस्ती
की कोशिश मत करो ,
आज
मुझसे पल्ला छुड़ाने की।
सबके
लिए समय है तुम्हारे पास ,
क्या
मेरे लिए कुछ भी नहीं ,
चौबीस
घंटे साथ रहता हूँ तुम्हारे ,
फिर
भी तुम्हे मेरी कोई क़द्र नहीं।
किसी
दिन रूठ गया ना ,
बहुत
पछताओगे ,
ये
जो नौटंकी रोज करते हो ना ,
फिर
कभी न कर पाओगे।
दिल
हूँ तुम्हारा ,
कभी
मेरी भी सुन लिया करो ,
कभी
कभी मुझसे भी ,
एकांत
में मिल लिया करो।
बहुत
समय से हम एक दूसरे से मिले नहीं ,
इसलिए
तुम खुश कम और परेशान ज्यादा रहते हो ,
दिमाग
के बहकावे में हर समय गुलाम से रहते हो ,
मिलो
कभी हम तुम्हे " खुद से " मिलवाते
है।
Awesome...thnx anand
ReplyDeleteExcellent
ReplyDeleteVery nice and very true
ReplyDeleteVery nice bro
ReplyDeleteAwesome..Anand bhai...aap ek adbhud klaa keva maalik hain.....Wishing you all the best...in life.
ReplyDeleteVery nice lines
ReplyDeleteNice lines Anand ! Keep it up
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