Sunday, August 21, 2016

सलाम हैं सिंधु और साक्षी


नाज है बेटियो पर आज हिंदुस्तान को !
साक्षी और सिंधु ने लाज बचायी हैं !!

रियो के खेलकुंभ में आपने ही !
विजय पताका फहराई हैं !! 

जब रियो में तुमने तिरंगा फहराया !
भारत का एक  एक कोना गौरव से फूला समाया !!

जब जब हिंदुस्तान की इज़्ज़त की बात आयी हैं !
धन्य हैं इस माटी की , बेटियाँ ही काम आयी हैं !!

लड़की को बोझ समझने वालो के मुहं पर ! 
ये एक जोरदार तमाचा हैं !!

सिंधु और साक्षी आज सारे हिंदुस्तान को !
तुम दोनों पर फख्र हैं !! 

1 comment:

  1. Anand is Poet, a conscientious writer , a whole hearted professional.
    Every time he blogs with a social and natural relevance. hope in the coming years he would bring out more from his soul.With best wishes,

    ReplyDelete