तेरे इन्तजार में न दिन देखा-न रात ,
अब आयी हैं तो जरा ठहर !
मुझे तेरे होने का एहसास तो होने दे ,
कुछ वक्त तो मेरे साथ गुजार ले !
तेरे आने की आहट से ही दिल सुकून से भर जाता
हैं ,
तेरे जाने पर दिल मेरा जार जार रोता हैं !
जब तक तू मेरे साथ रहती हैं ,
मेरा हर दिन होली , रात दिवाली होती हैं !
तेरे चले जाने के बाद ,
हर दिन बेरंग और रात अमावस होती हैं !
तू तो इतरा कर चली जाती हैं ,
तुझे इल्म नहीं हैं शायद , उसके बाद मुझपर क्या
बीतती हैं ? !
तेरे फिर से आने के ख्यालो से जी लेता हूँ ,
हर रोज़ जी और मर लेता हूँ !
अब आना -तो थोड़ी फुरसत लेकर आना,
कुछ दिन और रुककर मुझे ज़िंदा होने का एहसास करा
जाना !
तेरी बाट जोहूंगा ,
हो सके तो समय पर आ जाना !
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