चल , भागते है
कटी पतंग लाते है ,
आ जरा , पानी में छपकी ,
दोनों पैरो से लगाते है।
थक गया , मेरे कंधे में हाथ रख ,
स्कूल जाते है ,
रास्ते में वो आम का पेड़ है न ,
दो चार आम चुराते है।
फिक्र मत कर होम वर्क की ,
मैं भी फाड़ देता हूँ ,
चल , क्लास में दोनों ,
साथ में डाँट खाते है।
आज मैं तेरी पसंद की सब्जी लाया हूँ ,
दोनों मिलकर खाएंगे ,
तेरे घर की रोटी में बहुत स्वाद है ,
मिलकर मौज उड़ायेंगे।
जब मैं बड़ा होऊँगा ,
बहुत बड़ा आदमी बनूँगा ,
तू फिक्र मत कर ,
तुझे भी साथ रखूँगा।
छुट्टी के बाद ,
साथ घर वापस जायेंगे ,
उसने कल पन्गा किया था न ,
आज उसको मिलकर मजा चखायेंगे।
देखना , एक दिन हमारा राज होगा ,
हमारी दोस्ती पर नाज होगा ,
छू लेंगे आसमान भी ,
जब तू मेरे साथ होगा।
फोटो साभार - गूगल
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