कहते है वो भुतहा महल है ,
वहाँ एक चुड़ैल रहती है ,
मर गयी थी वो इन्तजार में ,
हर आहट पर अब उसकी नजर है।
लूट लिया था उसका महल ,
उसके ही अपनों ने ,
धोखा दिया था किसी ने उसको,
जिस पर उसको खुद से ज्यादा यकीन था।
कितने ताने ,
कितने पहरे ,
कितने अत्याचार ,
कितनी जगहँसाई हुई थी।
अब कहते है उस महल में ,
चुड़ैल रहती है ,
हर आने वाले पर ,
चीखती -चिल्लाती और हँसती है।
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