यूँ ही बेवजह ज़िन्दगी को ,
मत उलझाइए ,
सीधी और सरल है ,
बस चलते जाइये।
जो मिलेगा ,
वो मुकद्दर ,
जो नहीं मिलेगा ,
उस पर किसी और का हक़ ,
अपनी तरफ से ,
मंजिल की ओर ,
कदम बढ़ाते जाइये।
दे अगर साथ कोई ,
नसीब आपका ,
नहीं तो ,
अकेले ही ,
चलते जाइये।
हार जीत ,
सफलता असफलता ,
खोना -पाना ,
मन के भाव है ,
सीख कर कुछ फलसफे ,
मुस्कराहट होठों पर लेकर ,
आगे बढ़ जाईये।
ये ज़िन्दगी है ,
रोज़ नए रंग दिखायेगी ,
कूची आपके हाथ में ,
अपने जीवन का चित्र,
खुद बनाइये।
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