हर बार टकटकी लगती है ,
उस लाल पोथी पर ,
फिर उम्मीद बंधती है ,
मगर धराशायी होती है।
हमेशा बजट में ,
उच्च वर्ग या निम्न वर्ग ही ,
छाये रहते है ,
मिडिल क्लास वाले ,
न जाने किस उम्मीद में रहते है।
लम्बा चौड़ा भाषण ,
हजारो करोड़ों का आबंटन ,
न जाने किसके हिस्से आता है ,
मिडिल क्लास फिर टैक्स भरने ,
जी जान से लग जाता है।
हर बार की यही कहानी है ,
मिडिल क्लास के आँसू नहीं , पानी है ,
ठगा सा जाता है हर बार ,
एक और सेस भरने की तैयारी है ।
हर बजट ये कह जाता है ,
मध्यम वर्ग तुम संघर्ष करो ,
सरकार तुम्हारे ही साथ है ,
मेहनत करो , कमाओ और ईमानदारी से टैक्स भरो ,
तुम्हारे लिए बजट में बस यही प्रावधान है।
👌😄
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