तुम इक दिन पहाड़ जरूर आना ,
पहाड़ सिखायेगा तुम्हे ,
उतार -चढ़ाव में संभलने का सलीका ,
कैसे चढ़ाव में झुकना पड़ता है ,
कैसे उतार में सीधा रहना पड़ता है ,
पहाड़ सिखायेगा तुम्हें ,
मुश्किलों में कैसे जिया जाता है ,
एकांत क्या होता है ,
कैसे ज़िंदा रहा जा सकता है ,
सिर्फ हवा ,पानी पर।
पहाड़ वो पाठ पढ़ा सकता है तुम्हे ,
जो शायद किताबों में नहीं होता ,
पहाड़ तुम्हें समझायेगा ,
भले ही कितने ही ऊँचे हो जाओ ,
तलहटी में सब बराबर होते है।
पहाड़ तुम्हे अनुभूति देगा ,
धैर्य पैदा करेगा तुम्हारे भीतर ,
जीवन का वो सार बतायेगा ,
जो लिखा -पढ़ा नहीं गया है कही पर ,
उतार -चढ़ाव का नियम सब पर लागू बराबर।
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