Saturday, May 3, 2025

अक्सर

 अक्सर , 

हम सोचते कुछ है , 

होता कुछ है , 


अक्सर , 

हम चाहते कुछ है , 

मिलता कुछ है , 


अक्सर , 

हम बनना कुछ चाहते है , 

बन और कुछ जाते है , 


अक्सर , 

हम करना कुछ चाहते है , 

कर और कुछ रहे होते है , 


बस इसी अंतर को , 

बड़े -बुजुर्ग और ज्ञानी , 

नियति, नीयत और कर्मो का हेर-फेर कहते है।  

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