Saturday, December 12, 2009

हम युवा .................

हम आज के युवा सबसे अलग, सबसे जुदा !
आसमां को मुट्ठी में भरने को आतुर,
हवा का रुख अपनी तरफ मोड़ने की जिद ,
चट्टानों से दो दो हाथ करने की ख्वाइश,
और आग से खेलने की चाहत,
हम आज के युवा सबसे अलग, सबसे जुदा.
कोई बंधन रोक नहीं सकता,
कोई बेड़िया जकड नहीं सकती,
उन्मुक्त जीने की हमारी चाहत,
कोई सीमा हमें रोक नहीं सकती.
हम आज के युवा सबसे अलग, सबसे जुदा.
नियम कानून सब किताबो की बाते हैं,
हमें तो ज़िन्दगी को जीना हैं,
बस करते हैं अपनी दिल की,
आगे जो होगा उसकी नहीं सोचना हैं.
हम आज के युवा सबसे अलग, सबसे जुदा.

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