चहुँ और पेड़ो पर फूल खिलने लगे,
धरती करने लगी हैं अपना श्रृंगार,
मौसम ने करवट बदली ,
बहने लगी मस्त बयार.
फागुन का रंग चड़ने लगा सब पर,
रंगों से खेलने को सब हो गए तैयार.
सब राग द्वेष मिटाकर एक दुसरे को गले मिलाने ,
आ गया होली का त्यौहार.
( होली आपके जीवन में खुसियों और आनंद के रंग भरे)
धरती करने लगी हैं अपना श्रृंगार,
मौसम ने करवट बदली ,
बहने लगी मस्त बयार.
फागुन का रंग चड़ने लगा सब पर,
रंगों से खेलने को सब हो गए तैयार.
सब राग द्वेष मिटाकर एक दुसरे को गले मिलाने ,
आ गया होली का त्यौहार.
( होली आपके जीवन में खुसियों और आनंद के रंग भरे)
रंगों का त्यौहार बहुत मुबारक हो आपको और आपके परिवार को|
ReplyDeleteकई दिनों व्यस्त होने के कारण ब्लॉग पर नहीं आ सका
बहुत देर से पहुँच पाया ....माफी चाहता हूँ..