सुबह स्टैंड पर बस के लिए खड़ा था,
एक ट्रक गुजरा और उसके पीछे लिखा था,
" जिन्हें जल्दी थी , वो चले गए.
बार बार होर्न दे कर वक्त जाया न कीजिये ."
बस आने में थोडा समय था ,
मैं उस विचार में खो गया,
कितना अच्छा विचार था वो ,
लाख टके की बात थी उसमे ,
ज़िन्दगी के लिए एक नया सबक दे रहा था ,
" जिन्हें ज़ल्दी थी , वो चले गए "
हम आराम से हैं , शायद इसलिए इन्तजार कर रहे थे.
कभी कभी कुछ अच्छा पड़ने के लिए किताबो के सहारे की ही जरुरत नहीं पड़ती ,
अपने दिलो-दिमाग को खुला रखिये ,
हर जगह ज्ञान की दूकान खुली पड़ी हैं.
बस याद रखिये , " जिन्हें जल्दी होती हैं , वो चले जाते हैं .
सुकून से जीने वाले ही जीवन का लुफ्त उठाते हैं."