Sunday, September 30, 2012

जिन्हें जल्दी थी , वो चले गए

सुबह स्टैंड पर बस के लिए खड़ा था, 
एक ट्रक गुजरा और उसके पीछे लिखा था, 
" जिन्हें जल्दी थी , वो चले गए.
बार बार होर्न दे कर वक्त जाया न कीजिये ."  
बस आने में थोडा समय था , 
मैं उस विचार में खो गया, 
कितना अच्छा विचार था वो , 
लाख टके की बात थी उसमे , 
ज़िन्दगी के लिए एक नया सबक दे रहा था , 
" जिन्हें ज़ल्दी थी , वो चले गए " 
हम आराम से हैं , शायद इसलिए इन्तजार कर रहे थे. 
कभी कभी कुछ अच्छा पड़ने के लिए किताबो के सहारे की ही जरुरत नहीं पड़ती , 
अपने दिलो-दिमाग को खुला रखिये , 
हर जगह ज्ञान की दूकान खुली पड़ी हैं. 
बस याद रखिये , " जिन्हें जल्दी होती हैं , वो चले जाते हैं . 
सुकून से जीने वाले ही जीवन का लुफ्त उठाते हैं."  

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