शिव शक्ति ,
शिव आदि ,
शिव ही अंत हैं।
शिव आरंभ ,
शिव भक्ति ,
शिव ही क्षमा है।
शिव हुंकार ,
शिव तांडव ,
शिव ही संहार है।
शिव प्रेम ,
शिव शांति ,
शिव ही आधार है।
शिव अजन्मा ,
शिव अनंत ,
शिव ही ओंकार है।
शिव अर्धनारीश्वर ,
शिव दयालु ,
शिव ही गँगा प्रवाह है।
शिव नीलकंठ,
शिव अमृत ,
शिव ही वरदान है।
शिव डमरू ,
शिव त्रिशूल ,
शिव ही महाकाल है।
हर हर महादेव जय महाकाल की ।।।
ReplyDeleteखूबसूरत लाइने सर।।
Bhut sunder 🙏🙏
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