दे सकते हो तो उम्मीद दो ,
बाँट सकते हो तो दर्द बाँटो ,
उलझे है सब यहाँ " आनंद "
बुरा तो दुश्मन का भी न सोचो।
चिंताओं में वक्त मत गँवाओ ,
वो देख लेगा - दिल को समझाओ ,
हाथ में जो वर्तमान है "आनन्द ",
जैसा भी है , स्वीकारो और जियो।
कौन क्या सोचता है ,
ये उसकी तकलीफ है ,
वक्त वैसे भी फिसला जा रहा ,
फालतू चीजों पर वक्त न जाया करो।
खुशियाँ ढूँढने से नहीं मिलती ,
बड़ी कामयाबियाँ रोज़ नहीं होती ,
संघर्ष तो सभी की ज़िन्दगी में है ,
खुद को भी शाबाशी देना सीखो।
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