जिसके किसी भी कोने में सुकून आ जाये ,
जिसके दीवारों से अपने बचपन की खुशबू आये ,
जिसके आँगन में अभी भी बचपन अटका हो ,
जिसके जर्रे जर्रे पर माता -पिता का अक्स नजर आये ,
जिसके हर कमरे की एक कहानी हो ,
जिसके दरख्तों पर छुपी कोई निशानी हो ,
जिसकी अलमारियों में बंद कई यादें हो ,
जिसकी दहलीज पर माँ का मन बसता हो ,
जिसकी फुलवारियों पर पिता की छाया हो ,
जिसकी नींव पर पूर्वजों का आशीर्वाद हो ,
वो " घर " होता है , बाकी तो मकान होते है।
Excellent
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