Thursday, July 24, 2025

पहाड़ों का चौमास


बारिश होती है खूब , 

पहाड़ों में ऊँचे ऊँचे डानो में , 

पानी सब इकठ्ठा होता है , 

गधेरों में , और गधेरे , 

सब मिल जाते है नदी में , 

एक मरियल सी सर्पीली नदी , 

जिसे कल तक यूँ ही फाँक मार कर , 

पार कर जाते थे बच्चे भी , 

अचानक से चौमास में , 

वार -पार फ़ैल जाती है , 

और पानी का सौट , 

इतना तेज , 

बड़े बड़े गंगलोड़ , 

सब बहा ले जाती है , 

इन गंगलोड़ो को , 

लुढ़का लुढ़का कर पीस देती है , 

और किनारे लगा देती है , 

बजरी बनाकर , 

अपना छीना -छिनाया क्षेत्र , 

सब वापस लेकर अतिक्रमण से , 

फिर एकदम शांत हो जाती है , 

चौमास के बाद नदी , 

फिर से पतली , सूखी धार , 

बन जाती है , 

अगले चौमास तक।   

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