बढ़ती बेरुखी अपने माता पिता से देख , एक ‘श्रवण कुमार’ ढूँढ रहा हूँ !
गुरु शिष्यों में एक 'द्रोणाचार्य' और एक 'अर्जुन' ढूँढ रहा हूँ !!
सत्ता के लिए सब कुछ भूल जाने वालो के बीच एक "सिद्धार्थ"
ढूंढ रहा हूँ !
ज्ञान की खोज करते एक नरेंद्र नाथ 'विवेकानंद ' ढूँढ रहा हूँ !!
पति पत्नी के रिश्तो के बीच 'सत्यवान -सावित्री' खोज रहा हूँ !
सत्य और असत्य की कशमकश में 'हरिश्चंद्र ' ढूंढ रहा हूँ !!
मातृभूमि की रक्षा में जो जान गवां दे ऐसा वीर ' अब्दुल हमीद ' ढूंढ रहा हूँ !
भाई भाई के बीच बढ़ती दूरियाँ देख एक 'भरत ' ढूंढ रहा हूँ !!
सत्तासीन लोगो में 'राजऋषि जनक ' ढूंढ रहा हूँ !
दोस्ती की परिभाषा फिर गड़ने "कृष्ण
-सुदामा' खोज
रहा हूँ !!
अपने वचनो पर जो कायम रह सके एक 'देवव्रत - भीष्म ' खोज रहा हूँ !
निःस्वार्थ सेवा करे जो एक ' मदर टेरेसा ' ढूँढ रहा हूँ !!
दानी लोगो के बीच कोई
'कर्ण ' ढूंढ़ रहा हूँ !
समाज कल्याण के लिए कोई 'दधीचि ' खोज रहा हूँ !!
प्यार की गहराई समझाने
एक 'मीरा'
ढूँढ रहा हूँ !
भक्तो में एक 'प्रह्लाद' खोज रहा हूँ !!
फिर एक अदद इंसान
खोज रहा हूँ।
मानवता के कल्याण के लिए फिर एक मानक " आज
" ढूँढ रहा हूँ !!
No comments:
Post a Comment