Thursday, October 5, 2017

टेक्नोलॉजी और इश्क

टेक्नोलॉजी ने कमाल कर दिया , 
आज के इश्क को कितना आसान कर दिया , 
कबूतर और चिट्ठियों के दौर को पीछे छोड़ दिया , 
मोबाइल ने सब काम आसान कर दिया।  

दूरियाँ सात समंदर की भी हैं तो क्या हुआ ?
व्हाट्सएप्प के वीडियो कॉल ने रूबरू कर दिया , 
फिर भी मिलना ही हैं तो ,  
मेट्रो , एयरोप्लेन , कार से कही भी  घंटो में पहुँच गया।  

अब न सताती याद किसी की , 
तुरंत सेल्फी खींची  और भेज दिया।  
उपहार देना हो गर कुछ तो , 
ऑनलाइन आर्डर देकर सीधा उसके घर पहुँचा दिया।  


गया वो जमाना जब छुप छुप कर मिलना होता था , 
शॉपिंग मॉलों के एयर कण्डीशनएड माहौल ने हल कर दिया , 
अब कोई नहीं डर फोटो या चिट्ठियां पकडे जाने का , 
एंड्राइड में  पासवर्ड ने सब कुछ छुपा लिया।  

टेक्नोलॉजी ने कमाल कर दिया , 
आज के इश्क को कितना आसान कर दिया , 
कबूतर और चिट्ठियों के दौर को पीछे छोड़ दिया , 
मोबाइल ने सब काम  आसान कर दिया।  

1 comment:

  1. Bamushkil hasil cheez ki guarantee bhi tay thee
    Aaj ke dour main pyar bhi chineese ho gaya hai.

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