Monday, November 8, 2021

बुराँश के फूल

 



सबके लिये अलग -अलग है ,

ये "बुराँश के फूल ",

किसी के लिए बचपन की यादें ,

किसी के लिए सूर्ख़ लाल फ़ूल ,

किसी के लिये प्रणय निवेदन ,

किसी को अक्स दिखाता ये फूल। 

 

किसी धार के भ्योह में खिलता ,

सबको ललचाता है ये फूल ,

खुद तक पहुँचने के लिये ,

संघर्ष कराते ये " बुराँश के फूल ",

चटक धूप में रंग बिखेरते ,

सबसे अलहदा है ये "बुराँश के फूल " ।

 

किसी विरहन को अपने से लगते ,

किसी के लिए चूसने वाले फूल 

कोई पंखुड़ियों से खेल खेले ,

रोगियों के लिए औषधि है ये फूल,

सबके लिये अलग -अलग है ,

ये अलबेले  "बुराँश के फूल " ।

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