Sunday, December 25, 2016

2016 को अलविदा और 2017 का स्वागत

चलो  की आगे बढ़ते हैं , 
2016 को अलविदा  और  2017 का स्वागत करते हैं।  

खट्टी - मिट्ठी यादो का पिटारा दे गया 2016 , 
2017 में और अच्छे की उम्मीद करते हैं !! 

ये समय चक्र हैं , 
अनवरत चलता रहेगा।  

बीता साल इतिहास का पन्ना , 
और आने वाला साल उम्मीदें गढ़ेगा !!

बस इतना याद रखियेगा , 
हर बीता पल  आपके जीवन खाते से ही कटता हैं।  

कुछ लोग हर पल को जी जाते हैं , 
और कुछ लोगो का बस गुजर जाता हैं !!

चलो की सब गिले-शिकवे , दुःख दर्द भूलते हैं , 
नए साल में फिर से नयी शुरुवात करते हैं।  

ज़िन्दगी एक नियामत हैं उस ईश्वर की , 
आओ की एक नयी परिभाषा गढ़ते हैं !! 

Thursday, December 22, 2016

कवि और कविता

जो देखता हूँ , वो लिखता हूँ !
शब्दो को आड़े तिरछे - आगे पीछे पिरोता हूँ !!

जो महसूस होता हैं !
शब्दो के जरिये बयां करता हूँ !!

अपने को कवि नहीं कहता  !
फिर भी कविताये लिखने का प्रयास करता हूँ !!

खालिस कवि तो विरला होता हैं !
वो शब्दो को मोती बना कविता को पिरोता हैं !!

कल्पना को अपनी शब्दो में जीवंत करता हैं !
एक  एक शब्द से पूरा सार गढ़ता हैं !! 

कभी भावनाओ के अतिरेक में बह कर विद्रोही सा लगता हैं !
कभी किसी विषय पर आँखों के कोरे गीली कर देता हैं !!

कवियों का संसार भी अजब हैं !
हर कोई दिल से यायावर और मस्तमौला हैं !!

हर चीज में उन्हें कविता सूझ जाती हैं !
ज़िन्दगी की  इस आपाधापी में भी  कलम बेबाक चलती हैं !!