Thursday, March 13, 2025

मकसद

 सारी चिंताएँ , 

कुछ खोने का डर , 

कुछ पाने की बेचैनी है।  


सारा संघर्ष , 

कुछ पाने का , 

कुछ और पाने का हैं।  


सारा दुःख , 

अपना नहीं है , 

दूसरों के सुःख का भी है।  


सारी अशांति , 

बाहर ही नहीं है , 

मन के भीतर भी है।  


सारी असफलताएँ , 

खुद की वजह से ही नहीं है , 

किसी के साथ नहीं देने से भी है।  


सारी सफलताएं , 

अकेले की नहीं है , 

बहुतों से साथ से भी है।  


सारी खुशियाँ , 

हमारी वजह से ही नहीं है , 

समय का साथ भी जरुरी है।  


हमारा जीवन , 

सिर्फ हमारा नहीं है , 

किसी न किसी मकसद का है।  


हमारा मकसद , 

हमने नहीं चुना है , 

उसने चुनकर भेजा है।  

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