Monday, December 10, 2018

सुनो , आपसे कुछ कहना है



सुनो , आपसे कुछ कहना है
हाँ , हाँ , आपसे से ही ,
इधर उधर बगले मत झांको ,
तुम्हारे सिवाय और किसी से नहीं ,
आज और अभी कुछ कहना है। 

तुम जो इतना व्यस्त दिखा रहे हो खुद को ,
उतना तुम हो नहीं ,
जबरदस्ती की कोशिश मत करो ,
आज मुझसे पल्ला छुड़ाने की। 

सबके लिए समय है तुम्हारे पास ,
क्या मेरे लिए कुछ भी नहीं ,
चौबीस घंटे साथ रहता हूँ तुम्हारे ,
फिर भी तुम्हे मेरी कोई क़द्र नहीं। 

किसी दिन रूठ गया ना ,
बहुत पछताओगे ,
ये जो नौटंकी रोज करते हो ना ,
फिर कभी न कर पाओगे। 

दिल हूँ तुम्हारा ,
कभी मेरी भी सुन लिया करो ,
कभी कभी मुझसे भी ,
एकांत में मिल लिया करो। 

बहुत समय से हम एक दूसरे से  मिले नहीं ,
इसलिए तुम खुश कम और परेशान ज्यादा रहते हो ,
दिमाग के बहकावे में हर समय गुलाम से रहते हो ,
मिलो कभी  हम तुम्हे " खुद से " मिलवाते है।  

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